कहानी लिखने के नियम क्या है | अच्छी कहानी लिखने के 11 उपयोगी नियम

इस लेख में हम आपको कहानी लिखने के नियम क्या है (Kahani likhne ke niyam kya hai) यह बताएंगे। यह लेख उन लोगों की मदद कर सकती है, जो कहानी लिखने के नियम क्या है, कहानी लिखने का सही फॉर्मेट क्या है एवं कहानी लिखते समय किन बातों का ध्यान देना चाहिए यह जानना चाहते है।

दोस्तों कहानी कई घटनाओं को जोड़कर बनाई पाती है, पर कई बार वो घटना काल्पनिक हो सकती है। कहानी लिखने का मुख्य उद्देश्य लोगो को प्रेरित करना एवं मनोरंजन करना होता है। बहुत लोग कहानी लिखने की इच्छा तो होती है पर उन्हें किस तरह कहानी लिखनी है, उसकी जानकारी नही होती है।

तो इस लेख में हम आपको कहानी लिखने के नियम क्या है उसकी विस्तार पूर्वक जानकारी देंगे। तो चलिए इस कहानी लिखने के नियम क्या है लेख को शुरू करते हैं।

कहानी लिखने के नियम क्या है
कहानी लिखने के नियम क्या है

कहानी लिखते समय किन बातों का ध्यान देना चाहिए?

दोस्तों कहानी लिखना बहुत कठिन कार्य है, जिसे लिखते समय बहुत सारे चीजों का ध्यान रखना बहुत आवश्यक है। कहानी लिखते समय किन बातों का ध्यान देना चाहिए यह जानने के लिए नीचे की जानकारी को ध्यान से पढ़े।

  • कहानी की शुरुआत रोचक एवं आकर्षक होनी चाहिए।
  • कहानी उद्देश्य पूर्ण एवं शिक्षाप्रद होनी चाहिए।
  • कहानी लिखते वक्त उसकी भाषा सहज, सरल एवं सही व्याकरण होनी चाहिए।
  • कहानी को छोटे-छोटे Paragraph में लिखनी चाहिए।
  • कहानी को हमेशा Past Tense (भूतकाल) में ही लिखनी चाहिए। क्योंकि कहानी किसी न किसी पुरानी घटना या चीज से प्रभावित होती है।

कहानी लिखने का सही फॉर्मेट क्या है?

कहानी लिखने का फॉर्मेट होती है, जिसका ध्यान रखकर कहानी लिखनी चाहिए। कहानी लिखने का सही फॉर्मेट क्या है जानने के लिए नीचे की जानकारी को ध्यान से पढ़ें।

कहानी की शीर्षक :- कहानी का शीर्षक आकर्षक होनी चाहिए, जिससे पाठकों में कहानी पढ़ने की रुचि बढ़ेगी।

कहानी की शुरुआत :- शीर्षक लिखने के बाद कहानी की रोचक एवं आकर्षक शुरुआत करनी चाहिए। शुरुआत अगर रोचक होगी तो पाठकों में कहानी को पूरा पढ़ने की इच्छा होगी।

चरित्र परिचय : कहानी में सभी चरित्रो का परिचय करवाना बहुत आवश्यक है। सभी किरदारों का कहानी में समान योगदान होनी चाहिए, इससे कहानी की गुणवत्ता बढ़ती है।

मुख्य भाग (प्लॉट) :- सभी किरदारों का परिचय करने के बाद मुख्य कहानी को लिखना प्रारंभ करना चाहिए। पर ध्यान रहे कहानी का भाषा सरल, सहज एवं सही व्याकरण वाली होनी चाहिए। अगर भाषा कठिन हो तो पाठकों को कहानी समझने में परेशानी हो सकती है।

निष्कर्ष :- कहानी के अंत में कहानी का निष्कर्ष अवश्य बतानी चाहिए। निष्कर्ष हमेशा शिक्षाप्रद होनी चाहिए, इससे पाठकों पर अच्छा प्रभाव पड़ता है।

कहानी लिखने के नियम क्या है?

दोस्तों कहानी लिखते समय बहुत सारे नियमों का पालन करना पड़ता है। नीचे हमने कुछ महत्वपूर्ण नियम बताएं उसको ध्यान में रखकर आप एक अच्छी कहानी लिख सकते हैं तो चलिए शुरू करते हैं।

1. उचित शीर्षक का चुनाव करना चाहिए

किसी भी कहानी की पहचान उसकी शीर्षक से ही होती है, इसलिए उचित शीर्षक का चुनाव करना बहुत आवश्यक होती है। शीर्षक हमेशा कहानी के अनुरूप होनी चाहिए। शीर्षक ऐसी होनी चाहिए जिसे सुनकर ही कहानी के बारे में पता चल जाए एवं पाठकों में कहानी पढ़ने की इच्छा बढ़ जाए।

2. कहानी का आरंभ आकर्षक होना चाहिए

कहानी की आरंभ बहुत रोचक एवं आकर्षक होनी चाहिए। जिससे लोगों में और आगे की कहानी पढ़ने की इच्छा बढ़ती है। अगर आप कहानी की शुरुआत में ही कठिन शब्दों का या ऐसे घटना का वर्णन करें जो आकर्षक ना हो तो पाठक कहानी को वहीं पढ़ना छोड़ देगा। इसलिए हमेशा कहानी की प्रारंभ इंटरेस्टिंग होनी चाहिए।

3. उद्देश्य स्पष्ट होनी चाहिए

जिस तरह हम किसी भी कार्य को बिना किसी उद्देश्य के नहीं करते है, ठीक उसी तरह बिना उद्देश्य स्पष्ट किए कहानी नहीं लिखनी चाहिए। अगर हम बिना उद्देश्य स्पष्ट किए कहानी लिखे तो उसे पढ़ने में पाठको को आनंद नहीं आती है। इसलिए कहानी लिखते समय उद्देश्य स्पष्ट होनी चाहिए, जिससे आप कहानी को और आकर्षक तरीके से लिख सकते हैं।

4. भाषा सहज एवं सरल होनी चाहिए

किसी भी कहानी को पढ़ने में मजा तो तब ही आती जब वो कहानी आसानी से समझ में आ जाए। इसलिए हमेशा कहानी की भाषा सरल एवं सहज होनी चाहिए, जिससे पाठक को आसानी से कहानी समझने में सरलता हो। अगर हम कठिन एवं जटिल शब्दों का अधिक उपयोग करें तो पाठक को कहानी समझने में कठिनाई होगी जिससे वह कहानी को अंत तक नहीं पढ़ेगा।

5. व्याकरण का ध्यान

कहानी लिखते समय सबसे अधिक ध्यान देने वाले चीजों में से एक व्याकरण है। क्योंकि अगर हम गलत व्याकरण का उपयोग करें तो उससे किसी भी चीज का अर्थ बदल जाता है। इसलिए लेखक को हमेशा कहानी लिखते समय व्याकरण का सबसे अधिक ध्यान देनी चाहिए। व्याकरण की त्रुटि कहानी की गुणवत्ता को कम कर देती है।

6. कहानी क्रमबद्ध होने चाहिए

बहुत से नए लेखक कहानी लिखते वक्त वो कहानी को क्रमबद्ध नही लिखते, कहानी की क्रम को ध्यान न देना सबसे बड़े गलतियों में से एक है। किसी भी कहानी को लिखने से पहले उसका सही क्रम तैयार कर लेना चाहिए, उसके बाद ही कहानी को लिखना प्रारंभ करना चाहिए। अगर हम कहानी को क्रमबद्ध नहीं लिखेंगे तो पाठकों को कहानी समझ ही नहीं आएगी, जिससे वह कहानी को पूरा पढ़ेंगे ही नहीं। इसलिए कहानी क्रमबद्ध होना बहुत आवश्यक है।

7. कहानी के वाक्य छोटे होने चाहिए

एक अच्छी कहानी लिखने के जितना सरल शब्द का प्रयोग जरूरत है, उसी तरह कहानी में छोटे-छोटे वाक्य का प्रयोग भी जरूरी है। अगर हम कहानी मे बड़े-बड़े वाक्य का प्रयोग करते है, तो इससे पाठको मे कहानी को पढ़ने की रूचि कम हो जाती है। यदि हम कहानी मे छोटे वाक्य का प्रयोग करे तो इससे पाठको को कहानी समझने मे आसानी होती है।

8. सभी किरदारों का समान योगदान

यह तो हम सब जानते है कि प्रत्येक कहानी में कम से कम 3 से 4 किरदार अवश्य होते है। एक रोचक एवं आकर्षक कहानी लिखने के लिए सभी किरदारों का समान योगदान होना बहुत जरूरी है। ऐसा करने से कहानी की गुणवत्ता बढ़ती है एवं पाठकों में कहानी को पढ़ने की रुचि भी बढ़ती है।

9. कहानी लिखने के लिए एकांत स्थान का चयन करें

दोस्तों किसी भी तरह का लेखन कार्य करने के लिए हमे बहुत विचार करना होता है। हम सब यह जानते है कि विचार करने के लिए हमेशा एकांत स्थान की जरूरत होती है। अगर हम एकांत स्थान पर रहेंगे, तो हमे अधिक विचार आएंगे। यह कहानी लिखने के सबसे महत्वपूर्ण नियमों में से एक है।

10. कहानी शिक्षाप्रद होनी चाहिए

दोस्तों यह तो हम सब जानते है कि प्रत्येक कहानी के पीछे कोई न कोई तो मैसेज जरूर होती है। पर बहुत से ऐसे कहानीकार है, जिनके कहानी में गलत मैसेज होता है उसमे कोई शिक्षा की बात नहीं होती है। पर एक अच्छी कहानी लिखने के लिए कहानी शिक्षाप्रद अवश्य होनी चाहिए। इसलिए कहानी लिखते समय इस बात की ध्यान रखना बहुत आवश्यक है।

11. अधिक से अधिक कहानियों को पढ़ना चाहिए

एक अच्छे कहानीकार बनने के लिए जितना कहानी लिखना महत्वपूर्ण है, उतना कहानियों को पढ़ना भी महत्वपूर्ण है। अधिक कहानियों को पढ़ने से अनुभव बढ़ती है, जिससे हम अपनी कहानी को और अधिक मजेदार एवं इंटरेस्टिंग बना सकते है।

12. समय का सदुपयोग करें

कहानी लिखना प्रारंभ करने से पहले कहानी कितने पैसों की लिखनी है, उसका शीर्षक क्या होगा, उसका प्रारंभ कैसे करना है आदि सब तय कर कर हम समय का सदुपयोग कर सकते हैं। यह सब करने से हम कम समय में कहानी को लिख सकते है।

कहानी लिखने के नियम क्या है विडियो द्वारा समझे

FAQs

कहानी के कितने अंग होते हैं?

उत्तर – कहानी के चार मुख्य अंग होते है आरम्भ, आरोह, चरम स्थिति और अवरोह।

कहानी कितने प्रकार के होते हैं?

उत्तर – कहानी बहुत तरह के होते हैं। जैसे चरित्र प्रधान कहानी, घटना प्रधान कहानी, स्थल प्रधान कहानी, भाषा प्रधान कहानी आदि।

कहानी लिखने की शुरुआत कैसे करें?

उत्तर – सर्वप्रथम कहानी का फॉर्मेट तैयार करें उसके बाद आकर्षक एवं रोचक तरीके से कहानी की शुरुआत करें। ध्यान रहे कहानी की भाषा एकदम सरल एवं सहज होनी चाहिए जिससे पाठकों को कहानी समझने में आसानी हो।

Conclusion

तो दोस्तो हमें उम्मीद है, हमने जो आपको कहानी लिखने के नियम क्या है, कहानी लिखने का सही फॉर्मेट क्या है एवं कहानी लिखते समय किन बातों का ध्यान देना चाहिए उसकी जानकारी दी है, वो आपको पसंद आई होगी।

यदि आपका इस कहानी लिखने के नियम क्या है लेख से संबंधित किसी भी तरह का सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

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