इस लेख में हम आपको केतकी का फूल किस भगवान को चढ़ता है यह बताएंगे। यह लेख उन लोगों की मदद कर सकती है, जो केतकी का फूल किस भगवान को चढ़ता है, केतकी का फूल कैसा होता है एवं केतकी फूल से जुड़े अन्य जानकारी जानना चाहते है। तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।

केतकी का फूल कैसा होता है – Ketki ka phool kaisa hota hai?
केतकी बहुत ही सुगंधित एवं सुन्दर फूल है, जो दिखने मे बहुत आकर्षक होते है। यह बहुत ही दुर्लभ फूल है, जो मुख्य रूप से केतकी दो रंग के होते हैं सफेद और पीला। सफेद रंग को केवड़ा एवं पीले को सुवर्ण केतकी भी कहा जाता है। इसके पौधे की आकार लगभग चार से आठ फीट तक होती है।
केतकी का फूल भारत के सिर्फ उत्तर प्रदेश के मोहम्मदी नगर की मेहंदी बाग में ही पाया जाता है। इसके अलावा यह फूल बांग्लादेश, लाओस, म्यानमार, वियतनाम, मलेशिया, इंडोनेशिया आदि देशों मे पाया जाता है।
केतकी फूल की सामान्य जानकारी
सामान्य नाम | केतकी, केवड़ा |
वानस्पतिक नाम | Pandanus odorifer |
परिवार | Pandanaceae |
फूल का रंग | सफेद, पीला |
पौधे की लंबाई | 4 से 8 फीट |
उत्पादक क्षेत्र | बांग्लादेश, लाओस, म्यानमार, भारत, वियतनाम, मलेशिया, इंडोनेशिया |
केतकी का फूल किस भगवान को चढ़ता है?
केतकी बहुत ही सुगंधित, सुन्दर एवं आकर्षक फूल होने के बावजूद भी यह एक श्रापित फूल है, जो किसी भी भगवान को नहीं चढ़ता है। खासकर इस फूल को देवों के देव महादेव पर बिल्कुल भी नहीं चढ़ाया जाता है। अगर कोई गलती से भी शिवलिंग पर इस फूल को चढ़ा दिया तो इसे बहुत अशुभ माना जाता है।
शिव जी ने क्यों दिया केतकी फूल को श्राप ?
FAQs
केतकी का फूल कहां पाया जाता है?
उत्तर – केतकी का फूल बांग्लादेश, लाओस, म्यानमार, भारत, वियतनाम, मलेशिया, इंडोनेशिया आदि देशों में पाया जाता है।
केतकी का फूल भगवान शिव पर क्यों नहीं चढ़ाया जाता है?
उत्तर – केतकी ने महादेव से झूठ बोला था, जिससे महादेव बहुत क्रोधित होकर उन्होंने केतकी को श्राप दे दिया था, इसलिए भगवान शिव को केतकी का फूल नही चढ़ाया जाता।
Conclusion
तो दोस्तो हमें उम्मीद है, हमने जो आपको केतकी का फूल किस भगवान को चढ़ता है, केतकी का फूल कैसा होता है इसकी जानकारी दी है, वो आपको पसंद आई होगी। इस लेख को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें, ताकी वो भी केतकी का फूल किस भगवान को चढ़ता है यह जान पाए।
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